Sakhiri Chitchor Nahin Aaye
द्वार खुली मॅन मंदिर के
चितचोर नही आए नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
गरजई बदली फिर भी नाचने
गरजई बदली फिर भी
नाचने मोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
देख रे भंवरे खिल रही बगियाँ
देख रे भंवरे खिल रही बगियाँ
दूर दूर क्यो गूँजे रसिया
पार हूँ ना हम से भाई बैरी
काहे तू इस ओर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए.