Sajna Din Bahure Hamare
सजना दिन बहुरे हमारे
सजना दिन बहुरे हमारे
प्यासे आ पहुँचे नदिया किनारे
सजना दिन बहुरे हमारे
कामनाओं में बेचैनी आई
कामनाओं में बेचैनी आई
मन की कोमल कली मुस्काई
हम कहाँ तुम कहाँ
हम कहाँ तुम कहाँ
और ये प्यारा समान हँसे
ख्वाबों के चमके सितारे
सजना दिन बहुरे हमारे
खेल चाहत का खेल
ये है मान की कुलेल
बढ़े इतना तो मेल
खेल चाहत का खेल
ये है मान की कुलेल
बढ़े इतना तो मेल
माँझे चढ़ जाएँ बेल
माँझे चढ़ जाएँ बेल
तुम हमारे बनो हम तुम्हारे
सजना दिन बहुरे हमारे
फिर कहाँ ऐसी राते सुहानी
फिर कहाँ ऐसी राते सुहानी
फिर कहाँ ये मचलती जवानी
मन की मौजो मे ज़ोर
मन की मौजो मे ज़ोर
प्रेम-नादिया का शोर
आज मिल जाए दो बहते धारे
साजना दिन बहुरे हमारे
साजना दिन बहुरे हमारे
साजना