Sachhi Baaten Batane Mein
सच्ची बातें बताने में
कैसी शरम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
मेरा मन हे मगन
मुझे अब क्या है ग़म
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
ग़ैर उनको बहुत बहकाते रहे
अपनी झूठी अदाएं दिखाते रहे
ग़ैर उनको बहुत बहकाते रहे
अपनी झूठी अदाएं दिखाते रहे
तोड़ उनका
तोड़ उनका भरम ऐ मेरे सनम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
सच्ची बातें बताने में कैसी शरम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
चार दिन जिनकी दुनिया में प्रीतम रहे
चार दिन जिनकी दुनिया में प्रीतम रहे
उनके लाखों सितम कभी मैंने सहे
उनके लाखों सितम कभी मैंने सहे
आज रोते हैं
आज रोते हैं वह
और हँसते हैं हम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
सच्ची बातें बताने में
कैसी शरम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
कभी आँखें उठा के चलते थे जो
आज नज़रे झुकाए यहां बैठे है वह
कभी आँखें उठा के चलते थे जो
आज नज़रे झुकाए यहां बैठे है वह
उनके हालात पे
उनके हालात पे
आता है हम को रेहम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
सच्ची बातें बताने में
कैसी शरम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम
हुए मेरे बलम