Peena Hai To Pati Prem Piyo
पीना है तो पति प्रेम पीयो
क्या है गंगाजल पीने मे
पति को जो छ्चोड़ सती जिए
क्या रखा है इस जीने मे
कौन जाए मथुरा, कौन जाए काशी
इन तीरथ से ह्यूम क्या काम है
मेरे घर ही मे है भगवान मेरे
इनके चर्नो मे मेरे चारो धान है
कौन जाए मथुरा, कौन जाए काशी
जिस घर मे पिया का वास है
वो ही मेरे लिए कैलाश है
जब स्वामी ही बैठे पास है
तो झूठी स्वर्ग की आस है
तो झूठी स्वर्ग की आस है
मेरे टन मे बसे जो
मेरे मान मे बसे
रोम रोम मे लिखा इनका नाम है
मेरे घर ही मे है भगवान मेरे
इनके चर्नो मे मेरे चारो धान है
कौन जाए मथुरा, कौन जाए काशी
रहना तो ये अमर हुमारा
जब जब जानम हो साथ तुम्हारा
ना टूटे ना हो कभी न्यारा
दो तारो का ये एक तारा
दो तारो का ये एक तारा
गीत इनके सूनओन
प्रीत मान मे बसओन
मेरे सांवरे सलोने घनश्यान है
मेरे घर ही मे है भगवान मेरे
इनके चर्नो मे मेरे चारो धान है
कौन जाए मथुरा, कौन जाए काशी
इन तीरथ से ह्यूम क्या काम है
मेरे घर ही मे है भगवान मेरे
इनके चर्नो मे मेरे चारो धान है
कौन जाए मथुरा, कौन जाए काशी