Deep Jalenge Deep Diwali Aayi Ho
दीप जलेंगे दीप दिवाली आई हो
हो दिवाली आई हो
आ रही है मन वीणा के तार हिलाने वाली
आ रही प्रिया प्रेम आलाप सुनने वाली
झननन झननन बाज रही हैनूपुर की शहनाई
दीप जलेंगे दीप दिवाली आई हो
नील गगन की गोरी ने पहनी है नीली साड़ी
नैनों में काजल चमकाता रोली मांग संवारी
काली रात अमावस की हो
काली रात अमावस की हो
सब देख-देख मुस्काये होदीप जलेंगे दीप दिवाली आई हो
पूजा अर्चना करने को
उस सजनी थाल सजाले
चुन-चुन फूल गूंथ ले माला
घी के दीप जलाले
आज देव के दर्शन होंगेयही संदेशा लायी है
हो दिवाली आई हो
दीप जलेंगे दीप दिवाली आई हो