Kaisi Masti Hai
हा हा हा हा हा
हा हा हा हा हा
कैसी मस्ती है तन में
गीत गूँजे है मन में
पल पल छलके ख़ुसी
जैसे बलखाए नदी
प्रीत बरसे जीवन में
कैसी मस्ती है तन में
गीत गूँजे है मन में
पल पल छलके ख़ुसी
जैसे बलखाए नदी
प्रीत बरसे जीवन में
सा सा रे गा मा सा सा रे गा मा
दा मा पा गा नि दा नि सा रे नि सा रे
खनके है कंगना
दमके है बिंदिया
छूउ गयी मुझको
पीक नज़रिया
चमके अब हर्सू
जैसे के जुगनू
अब ना दिल पे ज़रा भी काबू
क्या नशा चढ़ गया है मुझपे
ये ज़मी लग रही है जैसे आसमान
सा सा रे गा मा सा सा रे गा मा
दा मा पा गा नि दा नि सा रे नि सा रे
मेहँदी की खुसबू करती है जादू
रंगो में बस गये सावरिया
मुझको है बाँधे इश्क़ के धागे
अब है आलम इस दिल का जैसे
मेरे खवाबों को पर लग गये
हर दिशा हो गयी है जैसे
ख़ुसनूमा..आ
कैसी मस्ती है तन में
गीत गूँजे है मन में
पल पल छलके ख़ुसी
जैसे बलखाए नदी
प्रीत बरसे जीवन में
कैसी मस्ती है तन में
गीत गूँजे है मन में
पल पल छलके ख़ुसी
जैसे बलखाए नदी
प्रीत बरसे जीवन में
सा सा रे गा मा सा सा रे गा मा
दा मा पा गा नि दा नि सा रे नि सा रे