Kesariya
Sumit Goswami
ये तुम्हारी मेरी बातें
हमेशा यूँही, चलती रहें
ये हमारी मुलाकातें
हमेशा यूँही, चलती रहें
बीते यूँही अपने सारे दिन रात
बातों से निकलती रहे नयी बात
फिर वहीं बातें लेके
गीत कोई, हम लिखें
जो दिल को, हा सब के दिल को
ये तुम्हारी मेरी बातें
हमेशा यूँही, चलती रहें
ये हमारी मुलाकातें
हमेशा यूँही, चलती रहें
बीते यूँही अपने सारे दिन रात
बातों से निकलती रहे नयी बात
फिर वहीं बातें लेके
गीत कोई, हम लिखें
जो दिल को, हा सब के दिल को