Zindagi Mein Koi Kabhi
Amit Kumar
ज़िंदगी मे कोई कभी आए ना रब्बा
आए जो कोई तो फिर जाए ना रब्बा
ज़िंदगी मे कोई कभी आए ना रब्बा
आए जो कोई तो फिर जाए ना रब्बा
देने हो गर मुझे बाद मे आँसू
तो पहेले कोई हसाए ना रब्बा
तो पहेले कोई हसाए ना रब्बा
तो पहेले कोई हसाए ना रब्बा
तो पहेले कोई हसाए ना रब्बा
हम्म यही सोचता हु कैसे उसको भुलाऊगा
ना वो कभी आएगी ना उसे भूल पाउँगा
जीने का ठिकाना है ना, मरने का बहाना है
जीने का ठिकाना है ना, मरने का बहाना है
इतना भी कोई सताए ना रब्बा
ज़िंदगी मे कोई कभी आए ना रब्बा
आए जो कोई तो फिर जाए ना रब्बा