Phero Na Najariya
रू रू रू रूरूरू
रू रू रू रूरूरू
तारों को तोरी ना छेडुगी अब से
तारों को तोरे ना छेडुगी अब से
बादल ना तोरे उधेडु गी अब से
खोलुगी ना तोरे किवडिया
फेरों ना नज़र से नज़रिया
फेरों ना नज़र से नज़रिया
फेरों ना नज़र से नज़रिया
फेरों ना नज़र से नज़रिया
अब दो पहरी के पिछे ना भागुंगी
धम-धम!
अब की बारिश मैं बैरी ना भींगू गी
छम-छम
अपनी चोटी मे मैं जुगनू मै कस लूंगी
चम-चम!
तोरी अटरिया, तोरी अटरिया
लाँघु गी ना मैं
तोरी अटरिया
तोरी अटरिया
तोरी अटरिया
मांगु गी ना तोरी छैया
फेरों ना नज़र से नज़रिया
फेरों ना नज़र से नज़रिया
फेरों ना नज़र से नज़रिया!
फेरों ना नज़र से नज़रिया
फेरों ना नज़र से नज़रिया
फेरों नाही रे, नज़रिया रे
फेरों नाही रे, नज़रिया रे
फेरों नाही रे, नज़रिया रे
फेरों नाही रे, नज़रिया रे(रे)