Rahen Na Rahen [Duet]

ROSHAN, MAJROOH SULTANPURI

रहे ना रहे हम(रहे ना रहे हम)
महका करेंगे (महका करेंगे)
बन के कली(बन के कली)
बन के सबा (बन के सबा)
बाग़े वफ़ा में (बाग़े वफ़ा में)
रहे न रहे हम(रहे न रहे हम)

है ख़्हूबसूरत ये नज़ारे
ये बहारें हमारे दम-क़दम से

ज़िंदा हुई है फिर जहाँ में
आज इश्क़-ओ-वफ़ा की रस्म हम से

यूँही इस चमन (यूँही इस चमन)
यूँही इस चमन की (यूँही इस चमन की)
ज़ीनत रहेंगे (ज़ीनत रहेंगे)
बन के कली बन के सबा बाग़-ए-वफ़ा में (बन के कली बन के सबा बाग़-ए-वफ़ा में)
रहे ना रहे हम(रहे ना रहे हम)
महका करेंगे (महका करेंगे)
बन के कली(बन के कली)
बन के सबा (बन के सबा)
बाग़े वफ़ा में (बाग़े वफ़ा में)
रहे न रहे हम(रहे न रहे हम)

Curiosidades sobre a música Rahen Na Rahen [Duet] de सुमन कल्याणपुर

De quem é a composição da música “Rahen Na Rahen [Duet]” de सुमन कल्याणपुर?
A música “Rahen Na Rahen [Duet]” de सुमन कल्याणपुर foi composta por ROSHAN, MAJROOH SULTANPURI.

Músicas mais populares de सुमन कल्याणपुर

Outros artistas de Traditional music