Phir Aur Kya Chahiye [Unplugged]
Rahul Jain
हो जब तक तेरी नींद ना टूटे
उगता नहीं है सूरज मेरा
जब तक तेरी नींद ना टूटे
उगता नहीं है सूरज मेरा
ख्वाब रहे किस काम के मेरे
ख्वाब से प्यारा तू सच मेरा
सुन हनिये जिंद जानिए
ज़ख्मों को मेरे मरहम की जगह
बस तेरा छूआ चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
किसी की ना मदद
ना दुआ चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
किसी की ना मदद
ना दुआ चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू मेरी मैं हूँ तेरा रांझा
तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू मेरी मैं हूँ तेरा रांझा