Aaj Jaane Ki Zid Na Karo
ASHOK SINGH, FAYYAZ HASHMI, SOHAIL RAANA
लकीरों मैं क्यूँ
ढूंदे उसको जो हे बसा दिल मैं
की साँसे भी जिसके नाम
कर दी बस एक ही झलक मैं
सादगी हे ये तेरी या
दिल लगाने का भरम
की पल मैं उम्र कट गई
जो तू मेरे संग हे
इन लम्हों को थामे रखो
आज जाने की ज़िद ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
यूँ ही पहलू मैं बैठे रहो
यूँ ही पहलू मैं बैठे रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
तुम ही सोचो ज़रा
क्यूँ ना रोकें तुम्हें
जान जाती है जब
उठ के जाते हो तुम
जान जाती है जब
उठ के जाते हो तुम
तुमको अपनी क़सम जानेजां
बात इतनी मेरी मान लो
आज जाने की ज़िद ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
हाय मर जाएंगे हम तो लुट जाएंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो