Andher Nagari Chaupat Raja
अंदर नगरी चौपट राजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा
अंधेर नगरी
हा हा हा हा
दो पैसे मे लड्डू पेड़े
दो मे बालूशाही,
दो पिसे मे सोहन हालुआ
दो मे नान खटाई
ख़ालो ख़ालो मज़े उड़ा लो
सस्ती हुई है मिठाई
भूखी प्रजा के राजा ने कैसी रीत चलाई
भूखी प्रजा के राजा ने कैसी रीत चलाई
गजब की नगरी, गजब का महाराजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा
अंधेर नागरी चौपट राजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा
धोती कुरता दो पैसे मे, साड़ी लहंगा दो पैसे मे
मिली पगड़िया दो पैसे मे, अरे लाल चुनरिया दो पैसे मे
दो पैसे मे हाथी घोड़े, दो मे बुधिया माई
दो पैसे मे राजा ले लो, दो पैसे मे नाई
खिलौना मेरे प्यारे हैं दिल बहला जा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा
अंधेर नगरी चौपट राजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा
एक भाव हैं हीरे मोती
नीलम और पुखराज
सोने को मिट्टी कर डाला
वाह रे वाह महाराज
वाह रे वाह महाराज
हुआ ये धंधा गंदा भैया
बंद करो, बंद करो ये हाट
चल के गंगा जी के घाट
बेचो नही बडो की जात
अकल का बंद हुआ दरवाजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा
अंधेर नागरी चौपट राजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा
हैं राजा अलबेला लोगो, ये नगरी अनमोल
उपर ढोल ढमाढम बाजे भीतर पोलम पॉल
गेंहू चावल तेल च्चिराक का एक यहा पर तोल
घोड़ो और गधो का भैया एक यहा पर मोल हा हा हा हा
गजब की नगरी गजब का महाराजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा
अंधेर नगरी चौपट राजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा
हा हा हा हा