Babul
MONTY SHARMA, SUNIL SIRVAIYA
बाबुल मोहे ना दे विदाई
मैं तो तेरे ही आँगन जाई
इक है मिलन और कैसी यह जुदाई
आँख भर आई मेरी, आँख भर आई
आँख भर आई मेरी, आँख भर आई
जा तो रही हूँ, बाबुल
जा तो रही हूँ नही मैं पराई
आँख भर आई मेरी, आँख भर आई
आ आ आ आ (आ आ आ हम्म हम्म हम्म)
बाबुल की गलियों से जाना
जाने कब हो लौट के आना
हर पल मैं तुम को याद करूँगी
सलामत रहे तू दुआ पढ़ूंगी
जा तो रही हूँ, बाबुल
आ आ आ आ
जा तो रही हूँ नही मैं पराई
आँख भर आई मेरी, आँख भर आई
आँख भर आई मेरी, आँख भर आई