Pari Hoon Main [Jazz]
Rajesh Johri
आई मैं तो आई नज़ारो के
अंजाने एक जहां से
लाई मैं तो लाई बहारों के
अफसाने भी वहां से
ना ना मुझे छूना ना
दूर ही रहना
परी हूं मैं परी हूं मैं
मुझे ना छूना
आ मुझे ना छूना परी हूं मैं (परी हूं मैं)
आई मैं तो आई नज़ारो के
अंजाने एक जहां से
लाई मैं तो लाई बहारों के
अफसाने भी वहां से
ना ना मुझे छूना ना
दूर ही रहना
परी हूं मैं परी हूं मैं
मुझे ना छूना
आ मुझे ना छूना परी हूं मैं (परी हूं मैं)