Ishwar Allah
Lavraj
ईश्वर अल्लाह आ आ
आ आ आ
ईश्वर अल्लाह आ आ आ
बेवजह हाँ फ़िज़ा में
रश्क यहाँ है
रोता है चुपके क्यूँ
सच बेज़ुबाँ है
तेरी नज़र में
एक सभी फिर
ई ई ई ई
ईश्वर अल्लाह
तेरे जहाँ में
नफ़रत क्यूँ है
जंग है क्यूँ
तेरा दिल तो
इतना बड़ा है
इंसां का दिल
तंग है क्यूँ
अल्लाह
सा मा पा मा धा मा पा
सा मा पा मा धा मा पा
धा मा पा सा नि धा पा मा धा पा
सा मा पा मा धा मा पा
सा मा पा मा धा मा पा
धा मा पा सा नि धा पा मा धा पा
कदम कदम पर
सरहद क्यूँ है
सारी ज़मीं जो तेरी है
सूरज के फेरे करती है
फिर क्यूँ इतनी अँधेरी है
इस दुनिया के दामन पर
इंसां के लहू का रंग है क्यों
गूंज रही हैं
कितनी चीखें
प्यार की बातें
कौन सुने
टूट रहे हैं
कितने सपने
इनके टुकड़े
कौन चुने
दिल के दरवाज़ों पर ताले
तालो पर ये
ज़ंग है क्यूँ
ईश्वर अल्लाह आ आ
आ आ आ
ईश्वर अल्लाह अल्लाह