Baarish Aayi Hai
JAVED SHARAFAT ALI KHAN, KUNAAL VERMA, MOHD MOHSIN SHAIKH
देखा तुमको जबसे
तुम पे प्यार आ गया
जितनी बार देखा
उतनी बार आ गया
देखा तुमको जबसे
तुम पे प्यार आ गया
जितनी बार देखा
उतनी बार आ गया
के तेरे संग बीट जाए
मेरी ज़िंदगी सारी
जैसे जुड़ी हो साँसों
से हवायें
बूँदें बरसाई हैं रब्ब ने
या चाहत बरसाई है
पहली बार हुई हो जैसे
ऐसी बारिश आई है
मेरे भी दिल की गल्लियों में
आज मोहब्बत आई है
पहली बार हुई हो जैसे
ऐसी बारिश आई है ओ
उमरा भर वफ़ायें होंगी
बेख़तम दुआयं होंगी
बस वहीं निगाहें होंगी
तू दिखे मुझे जहाँ
जो मिले वो किस्मत होगी
ना कभी शिकायत होगी
जब मेरी ज़रूरत होगी
मैं भी हूँ वहाँ
जशन यह इश्क़ का
दिखा दो आसमानो को
मेरे चाँद की है मुझसे
मुँह दिखाई
शहेर सज़ा दो यारों
महफ़िल में खुद जन्नत आई है
पहली बार हुई हो जैसे
ऐसी बारिश आई है
बूँदें बरसाई हैं रब्ब ने
या चाहत बरसाई है
पहली बार हुई हो जैसे
ऐसी बारिश आई है ओ
फिर ऐसी बारिश आई है