Jai Veene Vaali Saraswati Mata Ki Aarti
ॐ जय वीणे वाली मैया जय वीणे वाली
ऋद्धि-सिद्धि की रहती
ऋद्धि-सिद्धि की रहती हाथ तेरे ताली
ॐ जय वीणे वाली
ऋषि मुनियों की बुद्धि को शुद्ध तू ही करती
मैया शुद्ध तू ही करती
स्वर्ण की भाँति शुद्ध स्वर्ण की भाँति शुद्ध
माँ तू ही करती
ॐ जय वीणे वाली
ज्ञान पिता को देती,गगन शब्द से तू
मैया गगन शब्द से तू
विश्व को उत्पन्न करती
विश्व को उत्पन्न करती
आदि शक्ति से तू
ॐ जय वीणे वाली
हंस-वाहिनी दीजे भिक्षा दर्शन की
मैया भिक्षा दर्शन की
मेरे मन में केवल मेरे मन में केवल
इच्छा दर्शन की
ॐ जय वीणे वाली
ज्योति जगा कर नित्य यह आरती जो गावे
यह आरती जो गावे
भवसागर के दुख में भवसागर के दुख में
गोता न कभी खावे
ॐ जय वीणे वाली
ॐ जय वीणे वाली मैया जय वीणे वाली
ऋद्धि-सिद्धि की रहती
ऋद्धि-सिद्धि की रहती हाथ तेरे ताली
ॐ जय वीणे वाली
ॐ जय वीणे वाली
ॐ जय वीणे वाली