Nofomo
Aditya A
मुर्गे सब छुट्टी पे है सूना है चप्पा चप्पा
मम्मी की उड़ती चप्पल सुबह करती है ठपा
बिस्तर रजाई का था ३६ का आंकड़ा
दोनों के बीच में मुझको आना पड़ा
आ आ नोफोमो सोने वालो को सोने दो
नोफोमो सोने दो please
इतनी बड़ी उबासी खुला तो गोलगप्पा
कोलकता से हो तो खिला दो रोशोगुल्ला
मेरी एक करवट पे साल पलट गया
धरती ये घूमी पूरी पर बंदा न हिला
नोफोमो सोने वालो को सोने दो
नोफोमो सोने दो please