Koi Roke Use Aur Yeh Kah De
Qamar Jalalabadi, C Ramchandra
कोई रोके उसे और यह कहे दे
कुछ अपनी निशानी देता जा
कोई रोके उसे और यह कहे दे
कुछ अपनी निशानी देता जा
बरसेगी तुझे मंजूर नही
यू याद भी अपनी लेता जा
मीयर्रा की ज़ुबान चुप है लेकिन
आँखे रो रो कर यह कहती है
जिस दिल को तड़प्ता छ्चोड़ चला
उस दिल के ही टुकड़े लेता जा
जिस दिल को तड़प्ता छ्चोड़ चला
उस दिल के ही टुकड़े लेता जा
मैं मिट जौ क्या मिट जौ
मैं मिट जौ क्या मिट जौ
तू शाद रहे आबाद रहे
तू शाद रहे आबाद रहे
ओ जाने वेल ठहर ज़रा
इस दिल की दुआए लेता जा
ओ जाने वेल ठहर ज़रा
इस दिल की दुआए लेता जा
कोई रोके उसे और यह कहे दे
कुछ अपनी निशानी देता जा