Main Sajan Ko Man Mein
Swami Ramanand Saraswati
मैं साजन को मन में
मैं ही छिपलु मन में
छिपाये बैठी हूँ
छिपाये बैठी हूँ
मई साजन को मान में
मई ही छिपलु मान में
छिपाये बैठी हूँ
छिपाये बैठी हूँ
ले चले थे सपनो का मंदिर बनाओ
मंदिर में प्रीतम की मूरत सजाओ
मंदिर पे फूल नही
मंदिर पे फूल नही
फूल क्यू चदाओ
प्यार भरा दिल
प्यार भरा दिल
जो चडाए बैठी हूँ
मैं साजन को मान में
मैं ही छिपलु मान में
छिपाये बैठी हूँ
छिपाये बैठी हूँ
गगन में खिली है
सितारो की कालिया
नैन में खिली मेरे
सपनो की कालिया
मैं धरती गगन में
हरीदेय की कालिया
मैं धरती गगन में
हरीदेय की कालिया
ये पूजा की कालिया
ये पूजा की कालिया
बिछाई बैठी हूँ
मैं साजन को मान में
मैं ही छिपलु मन में
छिपाये बैठी हूँ
छिपाये बैठी हूँ
मैं अंजाने बनी हूँ स्यनी
मैं अंजाने बनी हूँ स्यनी
कहता है चुपके से कोई कहानी