Jamuna Tat Par Natwar Girdhar
Roshan
जमुना तट पर नटवर गीरधर
शाम बंसी मधुत बजाए
जमुना तट पर नटवर गीरधर
शाम बंसी मधुत बजाए
तन मन में आग लगाए
सबरी सुध बुश बिसरेए
तन मन में आग लगाए सबरी सुध बुश बिसराये
जमुना तट पर नटवर गीरधर
शाम बंसी मधुत बजाए
जमुना तट पर नटवर गीरधर
शाम बंसी मधुत बजाए
जमुना तट पर नटवर गीरधर
शाम बंसी मधुत बजाए
जमुना तट पर नटवर गीरधर
शाम बंसी मधुत बजाए
कोई आखे बिछाए है
कोई गर्दन झुकाए है
कही होंठो पे हसरत है
कही आँखो में हाए है
सखिया सब आस लगाए
सज धज कर सीस झुकाए
सखिया सब आस लगाए
सज धज कर सीस झुकाए
लेती ह हाथो से दिल थाम
बंसी मधुत बजाए लेती ह हाथो से दिल थाम बंसी मधुत
ब्रिज में क्या धूम मची है
देखो क्या रास रची है
ब्रिज में क्या धूम मची है
देखो क्या रास रची है
झणन झूम झूम झणन झूम झूम
सखियाँ संग नाच करे
शाम बंसी मधुत बजाए
जमुना तट पर नटवर गीरधर
शाम बंसी मधुत बजाए