Sehen Kar Liya
[गीतिकाव्य "सहन कर लिया"]
[Verse 1: Shrinidhi Ghatate]
सहन कर लिया मैंने
बस हो गया सुन ले
अब देखते बैठ तेरा तू
जा रही हूँ मैं
[Chorus: Shrinidhi Ghatate]
क्यूँ रोकेगा तू, मुझे यूँ ?
तेरा कुछ नहीं यहाँ
अब नई नई ज़िंदगी में रहना, है मुझे
[Verse 2: Shrinidhi Ghatate]
बँधी हुई साँसों को
तोड़ना था आग से
डरी हुई दुनिया में पी ले
उस डर को जो रोकता है तुझे
जाना के मंज़िल पोहोचने
की चाह में, खो गया बचपन
और रटी हुई किताबों में
पा लिया अकेलापन
[Pre-Chorus: Shrinidhi Ghatate]
सहन कर लिया मैंने
बस हो गया सुन ले
[Chorus: Shrinidhi Ghatate]
क्यूँ रोकेगा तू, मुझे यूँ ?
तेरा कुछ नहीं यहाँ
अब नई नई ज़िंदगी में रहना, है मुझे
[Outro: Shrinidhi Ghatate]
तोड़के सारे तलों को
और चाबियाँ, घुम कर दी मैने
झरने से गिरती हूँ मैं टकराती
सबसे खूबसूरत तरीक़े से
आख़िर में मुझे मिल जाना है
उस समंदर में
जहाँ मैं खुश रहूँ
और जीना सीख लूँ
सहन कर लिया मैने